तुम्हारे सवालों के जवाब दूंगी
चैप्टर 26 तुम्हारे सवालों के जवाब दूंगी
अब तक आपने पढ़ा मीरा राहुल से कहती है की सिद्धार्थ उसका मामा है वो लोग घर के लिए निकल जाते हैं राहुल गिफ्ट शॉप में जाता है लेकिन वॉच मैन उससे उसके पिता का नाम पूछता है और बदतमीजी करता है तभी पीछे से आवाज आती है
अब आगे
राहुल कुछ कहता उससे पहले ही पीछे से आवाज़ आती है.... "शौर्य सिंघानिया नाम है उसके बाप का"
राहुल अपने पीछे शौर्य को देख चौक जाता है लेकिन कुछ कहता नही है वही रिहान भी अजीब नजरो से शौर्य को देख रहा था लेकिन दोनो खामोश थे .......
शौर्य राहुल के पास खड़े होते हुए कहता है "शौर्य सिंघानिया नाम है इसके बाप का, तो क्या अब मेरा बेटा अंदर जा सकता है" वो आदमी शौर्य को देखकर ही कापने लगता है आखिर शौर्य एक गुस्से वाले इंसान के रूप मे जाना जाता है वो जल्दी से गेट खोल देता है राहुल अंदर चला जाता है शौर्य भी उसके साथ जाता है
फिर कुछ सोच कर वो वापस उस आदमी के पास आता है और कहता है "एक बच्चे के लिए उसकी माँ का नाम ही काफी है, उसकी पहचान के लिए समझे"
और राहुल और रिहान के पीछे चला जाता है .....राहुल हार देखता है और उसे लेकर बिल पे करने चला जाता है वो बिल पेमेंट कर रहे एक आदमी से पूछता है "ये हार कितने का है" तो वो आदमी कहता है "2500 का"
उस हार का रेट सुन राहुल थोड़ा उदास हो जाता है और रिहान से कहता है "मेरे पास तो बस 1500 है" रिहान अपनी जेब मे हाथ डालता है तो उसके पास बस 500 थे और पैसे दिखाते हुए कहता है "मेरे पास भी इतने ही है" राहुल मायूस हो जाता है "यार ये तो बस 2000 ही है"
फिर उस हार को देखकर कहता है "ये माँ पर बहुत अच्छा लगेगा लेकिन पैसे का क्या करे"
तभी शौर्य कहता है "मै कुछ मदद करू" राहुल उसे घूरते हुए कहता है "नो थैंक्स" रिहान भी रूखे अंदाज़ में कहता है "हम अपनी हेल्प खुद करते है आपकी ज़रूरत नही है" उन दोनो का एटीटूड देख शौर्य सोचता है "जैसी माँ वैसे बच्चे".....
फिर मुस्कुराते हुए कहता है "वैसे तुम चाहो तो मुझसे पैसे ले सकते हो" राहुल कहता है "मै भला आपसे पैसे क्यों लु" शौर्य सोचने जा नाटक करते हुए कहता है "क्योंकि मै तुम्हारा डेड हूँ"
राहुल गुस्से मे उसे उंगली दिखाते हुए कहता है "देखिये आप माँ के दोस्त हैं इसलिए मै कुछ केह नही रहा, इसका ये मतलब नही है की आप कुछ भी बोलते रहेंगे, आपने मेरी हेल्प की उसके लिए थैंक्स लेकिन अब आपका ज़्यादा हो रहा है"
शौर्य उसके सामने खड़े हो जाता है और एटिट्यूड के साथ कहता है "पहली बात मै सिर्फ दोस्त नही हु, मै तुम्हारी माँ से प्यार भी करता हू, दूसरी बात तुम उसके बेटे हो तो इस नाते तुम मेरे भी बेटे हुए"
शौर्य उस हार को पैक करने के लिए बोलकर 500 रुपए राहुल के हाथ मे रखके कहता है "कर्ज समझके रख लो"
और जाने लगता हैं तभी राहुल की आवाज़ आती है "आप प्यार करते हैं तो शादी क्यों नही की थी उनसे" शौर्य उसकी तरफ बिना मुड़े कहता है "क्योंकि मुझसे ज़ादा वो तुमसे प्यार करती है" राहुल कहता है "तो अब आप क्यों आये हैं, इतने साल कहा थे आप"
शौर्य उसकी तरफ मुड़ जाता है "मै उसे 10 साल से ढूंढ रहा था, लेकिन वो मुझसे मिलना ही नही चाहती थी इसलिए ....लेकिन अब ना तुम, ना तुमहारी माँ कोई मुझसे दूर नही जा सकता, मेरे लिए वो जितनी खास है उतने ही तुम भी हो ,तुम उसके बेटे हो इसका मतलब तुम मेरे बेटे हो, मै तुम्हे अपना बेटा मान चुका हु आगे तुम्हारी मर्ज़ी" और फिर वो चला जाता है रिहान राहुल से पूछता है "अब क्या करेगा तु"
राहुल उस तरफ देखते हुए जहा से शौर्य गया था कहता है "पता नही यार" रिहान उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहता है "चल छोड़ तु इसे ले ले अपन इन्हे बाद मे पैसे दे देंगे"
और दोनो निकल जाते है शौर्य कार मे आके मीरा को देखते हुए कहता है "मै राहुल को अडॉप्ट करना चाहता हू" उसकी बात सुन मीरा और सिद्धार्थ दोनो चोंक जाते हैं मीरा कहती है "ये आप क्या कह रहे हैं ,आपको पता भी है वो किसका बेटा है"
शौर्य कहता है "हाँ शायद मै जनता हु" मीरा कुछ कहती तभी वहा राहुल और रिहान आ जाते हैं तो मीरा चुप हो जाती है और पूछती है "कहा गए थे लाडले" राहुल कहता है " कुछ नही माँ कुछ खरीदना था" फिर वो लोग घर आ जाते है......
शौर्य मीरा को उठा कर अंदर लाने लगता है तो राहुल और रिहान बीच मे ही उसे रोक लेते है, राहुल मीरा और शौर्य की पिक खिचता है और मीरा की आँखो पर पट्टी बांध देते हैं "अब चलिए" अंदर आकर राहुल मीरा की आँखे खोल देता है और घर को देख मीरा की आँखे नम हो जाती है पूरा घर उसकी तनुजा राहुल और रिहान की फोटो से भरी हुई थी, बलून फूलों से घर को बहुत अच्छे से सजाया था और ,बीच मे एक फोटो थी जिसमे रिहान और राहुल उसकी गोद मे सर रखे हुए है"
शौर्य मीरा को उतार देता है, मीरा सब देखकर खुशी से उसकी आँखे नम हो जाती है तभी उसके उपर ,फूलो की बारिश होने लगती है सिद्धार्थ और शौर्य तो बस देखते रह जाते हैं सिद्धार्थ शौर्य से धीरे से कान मे कहता है
"लगता है कोई जल रहा है" शौर्य सिद्धार्थ को घूर कर देखता है और सामने देखते हुए कहता है "मुझे क्यों जलन होगी" सिद्धार्थ उसका मजाक उड़ाते हुए कहता है "शकल ठीक कर इसके बचे होशियार है"..
"मीरा खड़ी सब देख रही थी तभी उसके सामने रिहान आता है और उसके एक हाथ को अपने दोनो हाथो मे पकड़ लेता है और कहता है."...
"हर रिश्ते में मिलावट देखी, कच्चे रंगों की सजावट देखी, लेकिन सालों साल देखा मां को, उसके चेहरे पर न थकावट देखी, न ममता में मिलावट देखी"..... "प्रिंसिमा आप सिर्फ माँ नही हो मेरी, आप उस खुदा से बढ़ कर हो .....उसने तो बस छिना है अपने बस दिया है मुझे आज इस खास दिन पर मै और राहुल आपसे कुछ कहना चाहते हैं."...... फिर उसके सामने खड़े होते हुए दोनो कहना शुरू करते हैं....
राहुल कहता है "आप जानती हो मुझे मुझसे ज़्यादा"
रिहान "आप समझती हो मुझे मुझसे ज़्यादा"
राहुल "मुझे अंधेरे से डर लगता है कभी कहा नही पर जानती हो आप"
रिहान "नीन्द की गोलियों के बिना नीन्द नही आती मुझे फिर भी सुला देती हो आप"
"राहुल मेरी डॉक्टर मेरी टीचर मेरी गुरु हो आप"
"रिहान मेरी हर तकलीफ का मरहम हो आप"
"राहुल खुद रोती हो रातों मे फिर भी मुझे हसा देती हो आप"
"रिहान कोई मेरा बुरा सोचे तो मेरी ढाल बन जाती हो आप"...
...... बाय बाय.......